आज केमिस्ट्री के नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize 2021) का ऐलान कर दिया गया है। केमिस्ट्री के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize 2021) के विजेता जर्मनी के बेंजामिन लिस्ट और अमेरिका के डेविड मैकमिलन को दिया गया है। इन्हें सम्मान इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि इन लोगों ने एसिमेट्रिक ऑर्गेनकैटालिसस पर रिसर्च किया था। इन दोनों वैज्ञानिकों ने मॉलिक्यूल्स बनाने वाले टूल का निर्माण किया है।
केमिस्ट्री में अब तक 118 लोगों को मिला है यह नोबेल पुरस्कार
इससे पहले कि अगर बात करें तो बीते वर्ष यानी 2020 में ही इमैनुएल चारपेंटियर और जेनिफर डोडना को केमिस्ट्री का नोबेल पुरस्कार मिला था। इन दोनों ने जीनोम एडिटिंग मेथड डेवलप की थी। 1901 से लेकर 2021 तक अब तक 113 बार में 188 लोगों को केमिस्ट्री का नोबेल पुरस्कार दिया जा चुका है। इसमें से सिर्फ फ्रेडरिक सैंगर इकलौते ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें अब तक केमिस्ट्री में दो बार नोबेल पुरस्कार मिल चुका है।
केमिस्ट्री का Nobel Prize 2021 किसको और क्यों मिला है ?
इन दोनों की बात करें तो इन दोनों ही वैज्ञानिकों ने मॉलिक्यूलर कंस्ट्रक्शन के लिए एक सटीक और नया उपकरण विकसित किया। इसका फार्मास्यूटिकल रिसर्च पर बेहद ज्यादा प्रभाव होने वाला है। सन 2000 में बेंजामिन लिस्ट और डेविड मैकमिलन ने तीसरे प्रकार के कैटालिसस का विकास किया था। तीसरे प्रकार के कैटालिसस का विकास इन लोगों ने किया जिसको असंयमित ऑर्गेनकैटालिसस कहा जाता है। यह असंयमित ऑर्गेनकैटालिसस छोटे कार्बन से बना है। यह दोनों ही लंबे समय से मानते थे कि सिद्धांत रूप में दो प्रकार के उत्प्रेरक ही उपलब्ध होते हैं इसमें से एक धातु है तो दूसरा एंजाइम है।
भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में Nobel Prize 2021 किसको और क्यों मिला है ?
वही भौतिक विज्ञान के नोबेल प्राइज (Nobel Prize 2021) की बात करें तो यह तीन वैज्ञानिकों को दिया गया है। इन तीनों वैज्ञानिकों के नाम स्यूकुरो मानेबे, क्लॉस हैसलमैन और जियोर्जियो पेरिसिक है। इसमें से स्यूकुरो मानेबे, क्लॉस हैसलमैन की बात करें तो इन्होंने पृथ्वी में जलवायु का फिजिकल मॉडल तैयार किया है। इस मॉडल के जरिए जलवायु में हो रहे तेजी से परिवर्तन पर नजर रखना आसान हो जाएगा। जबकि तीसरे वैज्ञानिक जियोर्जियो पेरिसिक की बात करें तो इन्होंने अणुओं से ग्रहों तक फिजिकल सिस्टम में होने वाले बदलाव को दिखाया है।
चिकित्सा के क्षेत्र में Nobel Prize 2021 किसको और क्यों दिया गया है ?
इससे पहले चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize 2021) का ऐलान हुआ था। जो अमेरिका के डेविड जूलियस और आर्डम पाटापोशियन दिया गया था। इन दोनों ये समान इसलिए दिया गया क्योंकि यह दोनों वैज्ञानिकों ने तापमान और स्पर्श को महसूस करने वाले रिसेप्टर्स की खोज की थी।
Nobel Prize का इतिहास क्या है?
नोबेल पुरस्कार के इतिहास की बात करें तो यह पुरस्कार 100 साल से भी ज्यादा पुराना है। नोबेल पुरस्कार के तहत विजेताओं को 8.50 करोड़ रुपए की धनराशि दी जाती है। आपको बता दें इस पुरस्कार की शुरुआत डायनामाइट के आविष्कारक और बिजनेसमैन अल्फ्रेड नोबेल ने की थी। पहली बार 1969 में अर्थशास्त्र को नोबेल दिया गया था। अल्फ्रेड ने विज्ञान साहित्य और शांति में उपलब्धियों के लिए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को बनाया। इस पुरस्कार की जो भी धनराशि दी जाती है वह अल्फ्रेड नोबेल के द्वारा छोड़ी गई वसीयत से ली जाती है। इस पुरस्कार को 1901 से रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंस दे रही है।
कुछ दिनों में Nobel Prize 2021 के कुछ और नाम जुड़ेंगे
Nobel Prize 2021 अभी कुछ और लोगों को दिए जायेगे जिनके नाम का ऐलान होना बाकी है। किस क्षेत्र में किसको यह पुरस्कार दिया जाएगा इनके नाम का ऐलान इन तारीखों में होगा –
7 अक्टूबर- साहित्य का नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize 2021) दिया जाएगा ।
8 अक्टूबर- नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Prize 2021) दिया जाएगा।
11 अक्टूबर- अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize 2021) दिया जाएगा।
इनके नामों का ऐलान जैसे ही होगा हम इनकी पूरी जानकरी आपको देंगे।
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